छत्तीसगढ़ के नारायणपुर जिले के छोटे डोंगर में रहने वाले वैद्य हेमचंद मांझी पद्मश्री से सम्मानित होंगे। वैद्य हेमचंद मांझी जीवन भर जड़ी बूटियों की खोज की। लगभग 5 दशकों से जड़ी बूटियों से हजारों लोगों को ठीक किया। आम जनता की सेवा के चलते केंद्र सरकार ने हेमचंद मांझी को पद्मश्री से सम्मानित करने का निर्णय लिया है।
वैद्य हेमचंद मांझी नाड़ी विशेषज्ञ है वह नाड़ी देखकर मर्ज का पता लगाते हैं उसके अनुसार इलाज करते हैं। मांझी अपनी जड़ी बूटियों से कैंसर जैसी असाध्य बीमारियों का भी इलाज किया है। इसके लिए बस्तर के जंगलों से वन औषधियां, जड़ी-बूटियां इकट्ठा करते हैं। इन जड़ी बूटियों को विशेष रोग के अनुसार उचित अनुपात में मिलाते हैं तथा अलग-अलग बीमारी के अनुसार जड़ी बूटियां मरीज को सेवन करने के लिए देते हैं। इलाज के लिए नाम मात्र का शुल्क लेते हैं।
हेमचंद मांझी के पास प्रतिदिन 100 से अधिक मरीज पहुंचते हैं यहां छत्तीसगढ़ प्रदेश के अलावा असम, आंध्र प्रदेश और विदेशों से भी मरीज आते हैं। वैद्य मांझी लीवर, किडनी, कैंसर जैसे रोग नाड़ीयों के शोधन और जड़ी बूटियों से ठीक कर देते हैं।
वैद्य हेमचंद मांझी को पद्मश्री दिए जाने की घोषणा से परंपरागत इलाज तथा औषधियों के प्रति जागरूकता बढ़ेगी।

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