भारतीय सांसदों को मिलने वाली वेतन एवं सुविधाएं
विश्व का सबसे बड़ा लोकतांत्रिक देश भारत में अभी-अभी चुनाव खत्म हुआ है। 2024 के चुनाव में देश के मतदाताओं ने लोकतान्त्रिक विधि से 543 सांसद चुनकर अपने प्रतिनिधि के रूप में संसद भवन भेजे हैं। जो देश के समग्र विकास, उत्थान और आगे बढ़ाने में अपने महत्वपूर्ण भूमिका अदा करेंगे। सांसद हमारे प्रतिनिधि के रूप में 5 वर्ष तक कार्य करेंगे। इसके लिए सांसदों को वेतनमान और भत्ते प्राप्त होते हैं।
सांसदों का वेतन कितना होता है?
एक सांसद को प्रति माह 1 लाख रुपए बतौर वेतन मिलते हैं। यह मूल वेतन है, इसके अलावा सांसदों को
प्रति माह- 2 हजार रुपए दैनिक भत्ता
निर्वाचन क्षेत्र भत्ता- 70 हजार रुपए
कार्यालय व्यय भत्ता- 60 हजार रुपए मिलता है।
इसके अतिरिक्त आवास, निर्वाचन क्षेत्र आवास और इंटरनेट कनेक्टिविटी के लिए तीनों टेलीफोनों पर सालाना 1,50,000 फ्री कॉल की जा सकती हैं।
किराया मुक्त सरकारी आवास मिलता है और बिजली मुफ्त मिलती है।
मिलने वाली अन्य सुविधाएं -
सांसद को किसी भी ट्रेन की फर्स्ट क्लास एसी या एग्जिक्यूटिव क्लास में मुफ्त यात्रा कर सकते हैं।
सरकारी काम के सिलसिले में विदेश यात्रा करने पर भी सांसद को सरकारी भत्ता मिलता है।
सभी सांसद को इलाज की सुविधा भी मिलती है। सांसद किसी भी सरकारी अस्पताल या रेफर कराने के बाद किसी प्राइवेट अस्पताल में इलाज कराते हैं तो उसका खर्च शासन वहन करती है।
सांसद को सरकारी खर्च पर सिक्योरिटी गार्ड मिलते हैं।
सांसदों का वेतन कौन तय करता है-
भारतीय सांसद अपने वेतन खुद तय करते हैं। लेकिन कई दूसरे संवैधानिक पदों जैसे राष्ट्रपति, उप राष्ट्रपति और सर्वोच्च न्यायालय एवं उच्च न्यायालयों के न्यायाधीशों के पारिश्रमिक को संसद द्वारा पारित कानून के जरिए निर्धारित किया जाता है। इसी प्रकार केंद्र सरकार कर्मचारियों के लिए समय-समय पर स्वतंत्र वेतन आयोगों का गठन करती है। जबकि सांसदों का वेतन लागत मुद्रास्फीति सूचकांक के आधार पर हर पांच वर्ष में वृद्धि होती है।
आजादी के समय कितना वेतन था -
1947 में देश स्वतन्त्र हुआ तब सांसदों का वेतन 400 रू. था। आजादी के समय देश गरीबी और चुनौतियों से जूझ रहा था।
सांसदों की सैलरी का प्रावधान द सैलरी, अलाउंस एंड पेंशन ऑफ मेंबर्स ऑफ पार्लियामेंट एक्ट, 1954 के तहत किया गया था। जबकि 1952 वेतन भत्तों में संशोधन का है।
अन्य देशों की तुलना में वेतन भत्ते -
लेकिन क्या आप जानते हैं हमारे प्रतिनिधि के रूप में इन सांसदों का वेतन भत्ते और विश्व के अन्य लोकतांत्रिक देश के सांसदों के की तुलना में भारत के सांसदों का वेतन मान कितना है। "बिजनेस स्टैंडर्ड" में प्रकाशित इंटर पार्लियामेंट यूनियन के अनुसार दुनिया के आठ सबसे बड़े लोकतांत्रिक देशों में भारत के सांसदों का वेतन सबसे कम है ।
(PPP) परचेजिंग पावर पेरिटी के आधार पर किया गया है। दुनिया के सबसे बड़े 8 लोग लोकतांत्रिक देश अमेरिका, ब्राजील, जर्मनी, दक्षिण अफ्रीका, जापान, ब्रिटेन, फ्रांस और भारत है। इन देशों में सांसदों का वेतन भारत के सांसदों के वेतन से कई गुना अधिक है। अमेरिका के सांसदों का वार्षिक वेतन बेसिक सैलरी 1.45 ब्राजील 1.42 जर्मनी 1.39 दक्षिण अफ्रीका 1.34 करोड़ रुपया है।
वहीं भारत के सांसद अन्य देशों के सांसदों की अपेक्षा अपने नागरिकों का सबसे अधिक नागरिकों का प्रतिनिधित्व करता है। भारत एक सांसद के पीछे 18 लाख नागरिक है वहीं अमेरिका का 6 लाख 30000 है।
वर्तमान में देश में लोकसभा और राज्यसभा दोनों में शामिल मिलाकर करीब 800 सांसद हैं।
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